Top भूत वाली कहानी Secrets

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सोनू : यार यह तूने क्या किया यह तो कुएं में चली गई..

मोहनलाल पहलवान उसकी बदतमीजी बर्दाश्त नहीं कर पाया और लोहे का डंडा उठा उस व्यक्ति के सिर में मार दिया। डंडे की लगते ही वह आदमी मर गया। अब उसकी पत्नी जोर-जोर से रोने लगी। 

इंसानी जान पर केवल उसके भाग्‍य का ही अधिकार नहीं होता है अपितु उसके आस-पास के लोगों का भाग्‍य या वातावरण भी उसकी किस्‍मत और जीवन-मौत का फैसला कर देते हैं। यही अकाल मृत्‍यु जोकि समय के पूर्व किसी जीव की हो जाती है तो उसे अपनी आयु पूरी करनी पड़ती है। अपनी आयु पूरी करने के लिए ही जीव शरीर को त्‍यागने के बाद भी इस मृत्‍यु लोक में रूहों और आत्‍माओं के रूप में भटकता रहता है। ऐसी रूहें जिनके साथ कोई हादसा हुआ हो, हत्‍या हुयी हो, या फिर उन्‍होंने आत्‍महत्‍या की हो। ये सारी आत्‍माएं परमात्‍मा की मर्जी से पहले ही अपना शरीर छोड़ देती हैं, लेकिन उन्‍हे अपना समय पूरा करने के बाद ही मृत्‍युलोक से मुक्‍ती मिलती है। अभी तक आपने इस सिरीज के लेख में बहुत सी भयानक इमारतों, होटलों, अस्‍पतालों के बारें में पढ़ा लेकिन इस बार आपको एक ऐसे टनल के बारें में बताया जायेगा जहां रूह का खौफ इतना है कि वहां इंसान माचिस की एक तीली जलाने मात्र से कांप उठता है।असली भूत की कहानी।

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इससे तुम्हारे मासाजी और मासी बहुत घबरागये और उन्होंने राजेश से दूसरा मकान ढूंढने को कहा। मुम्बई में मकान ढूंढना बहुत मुश्किल है और यह मकान में अन्य जगहों की तरह पानी की कोई परेशानी नहीं थी। लेकिन फिरभी वे लोग इन भूतों के कारण वह मकान छोड़ना चाहते थे।

यह कहानी एक छोटे से गाँव के एक युवक, राज, के बारे में है जो अपने दादा-दादी के साथ रहता था। गाँव में हमेशा कुछ अजीब सी बातें होती रहती थीं और लोग कहते थे कि गाँव के पास एक भूतों का शहर है। राज, भले ही बहुत ही नौसिखिया और बहादुर था, लेकिन भूतों की कहानियों से डरता था।

" दादी गिर जाएंगी। कोई पकड़ो। दादी गिर जाएंगी। पकड़ो उन्हें" कहके वह चिल्ला रहा था और माँ उसके पास गई और उसकी पीठ टप टपाकर बोली,

पहलवान - यह सब तुम लेते जाओ अब यह मेरे किसी काम की नहीं है। अब मैं अपने ससुराल चला खातिरदारी करवाने।

उन्होंने कहा था " चिन्नू वह एक अलग प्रकार का पिशाच है जो मल खाता है। वह रात को ऐसे शौचालय में आकर मल खाकर फिर उस शौचालय के दीवार पे अपना हात साफ करके जाता है।"

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 " भाई ! वह डैडी!!" कहते ही वह उधर देखके अचानक हैरान हुई और " डैडी डैडी " पुकारने लगी।

पहलवान भूतों काडटकर सामना करता है। किसी भूत का सर फटा हुआ था, किसी भूत का हाथ टूटा हुआ था, किसी का पैर टूटा हुआ था, सभी भूत लाइन से खड़े हुए थे। और माफी पहलवान से माफी मांगने लग check here रहे थे। 

उस समय जब उन्‍होने कब्रिस्‍तान की तरफ देखा तो वहां एक आदमी जैसा कोई बैठा और कब्र से शव को निकाल कर उनका खुन पी रहा था। इसके अलांवा इस हादसें के एक हफ्ते बाद ही एक और मामला प्रकाश में आया जहां एक प्रेमी जोड़ ने भी एक वैम्‍पायर को देखन की बात कहीं। उनका कहना था कि वो दोनों कब्रिस्‍तान के तीसरे गेट की तरफ से रात में गुजर रहे थे उसी वक्‍त उन्‍होने एक बहुत ही बड़े आदमी को देखा जो कि सामान्‍य लंबाई से बहुत ज्‍यादा था उसका चेहरा अंधेरे के कारण देख नहीं पाया गया लेकिन उसके चेहरे का आकार और बनावट मनुष्‍यों से अलग थी।

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